Nafrat Shayari

Nafrat Shayari: दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आये हैं Nafrat Shayari (नफ़रत शायरी) का 2024 का सबसे खूबसूरत संग्रह। इस पोस्ट में आपको देखने को मिलेंगी एक से बढ़कर एक बेहतरीन नफ़रत पर शायरी (Nafrat Shayari) जैसे – बेवफा नफरत शायरी, Nafrat Shayari 2 line, Attitude Nafrat Shayari, झूठ से नफरत शायरी आदि। यह नफरत शायरी लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए लिखी गई हैं, आप इन सभी को आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं और Instagram, Facebook or WhatsApp पर शेयर कर सकते हैं।

Nafrat Shayari

Nafrat Shayari

तुम से रिश्ता अब कुछ ऐसा है,
ना नफ़रत है, ना इश्क़ पहले जैसा है।

Attitude Nafrat Shayari

मुझे नफ़रत पसंद है
मगर दिखावे का प्यार नही।

नफ़रत शायरी हिंदी में

नफ़रत करने वाले भी
गजब का प्यार करते हैं मुझसे,
जब भी मिलते हैं,
कहते हैं तुझे छोड़ेंगे नहीं।

Nafrat Shayari

भूल जाऊं कुछ भी मगर,
लिखना नहीं भूलता,
नफ़रत भी कर लूं तुझसे कितनी भी
तुझे याद करना नहीं भूलता।

Attitude Nafrat Shayari

मोहब्बत से फुरसत
नहीं मिली वरना,
कर के बताते की
नफ़रत किसे कहते हैं।

नफ़रत शायरी हिंदी में

नही हो अब तुम हिस्सा मेरी किसी हसरत के,
तुम काबिल हो तो बस नफ़रत के।

Nafrat Shayari

मिलो एक बार को तुम,
शिद्दत से एक बात करनी है,
तुझ से गले लग कर
तेरी ही शिकायतें हजार करनी है।

Attitude Nafrat Shayari

बेहद गुस्सा करते हो आजकल,
नफ़रत करने लगे हो, या
मोहब्बत ज्यादा हो गई।

नफ़रत शायरी हिंदी में

नफ़रत मत करना हमसे
हमें बुरा लगेगा,
प्यार से कह देना
तेरी जरुरत नही है।

Nafrat Shayari

कोई पूछे अगर तुमसे मेरी कहानी,
कह देना, नफ़रत के भी काबिल
नही था.!

Attitude Nafrat Shayari

Attitude Nafrat Shayari

कुछ अजीब सा रिश्ता है,
उसके और मेरे दरमियां,
न नफ़रत की वजह मिल रही,
न मोहब्बत का सिला..!!

इंसान बड़ा खुदगर्ज है,
पसंद करे तो बुराई नही देखता,
नफ़रत करे तो अच्छाई नही देखता

मैं खुश हूं की उसकी नफ़रत का
अकेला वारिस हूं,
वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगों से है।

मारना ही था तो कुछ और
हथियार इस्तेमाल किया होता,
यूं नफरतों के हथियार से मार कर
जिंदगी भर के लिए खामोश कर दिया।

गरीबी से नफ़रत तो है
मगर बदलने की चाह नही,
मौजूद हजारों रास्ते हैं,
मगर कहते हैं राह नही।

मोहब्बत सच्ची हो तो कभी
नफरत नहीं होती है अगर
नफरत होती है तो मोहब्बत
सच्ची नहीं होती है

नफरत की आग जो तुमने
इस दिल में लगाई है
तुमसे ही नही मोहब्बत से
भी हमें शिकायत हुई है.

नफरत हो दिल में तो मिलने
का मजा नहीं आता हैं,
वो आज भी मिलता है,
पर दिल कहीं और छोड़ आता है।

एक झूठ मैंने तुमसे कहा
मुझे नफरत है,
तुमसे एक झूठ तुम भी कह दो
तुम्हें मोहब्बत है मुझसे।

खुदा सलामत रखना उन्हें
जो हमसे नफरत करते हैं,
प्यार न सही नफरत ही सही
कुछ तो है जो वो हमसे करते हैं।

नफ़रत शायरी हिंदी में

मुझसे नफरत करनी है,
तो इरादे मजबूत रखना,
जरा से भी चूके तो महोब्बत हो जायेगी।

लेकर के मेरा नाम वो मुझे कोसता है,
नफरत ही सही पर वो मुझे सोचता तो है !!

नफरत सी क्यों होती है,
इस ज़माने से हमको मोहब्बत
में तो उम्मीद किसी एक से ही की थी।

बचपन से,
लेकर आज तक सबकुछ खोया गया,
एक तू भी ना मिले तो शिकायत कैसी.।

नफरत नहीं है किसी से बस
अब किसी पर भरोसा नहीं रहा…

नहीं हो तुम हिस्सा अब मेरी हसरत के,
तुम काबिल हो तो सिर्फ नफरत के !

ये नफरत नहीं फितरत है मेरी,
जिसे छोड़ दिया उसे छोड़ दिया !!

नफरत ही करते हैं,
ना लोग हमसे और हम
कर भी क्या सकते हैं।

जो भी रस्में थी,
ज़माने की उसे निभाने दिया.,
उसे जाना था और हमने जाने दिया.।

भरोसा कोई एक तोड़ता है
नफरत सबसे हो जाती है !

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Author: Kuldeep

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